ये भीनी भीनी महक लिए हवायें,
कोशिश कर रही हैं कुछ कहने की।
शायद पहुँचा चुकी हैं खबर उन तक , हमारे आने की।
होंगे तो आज खुश बहुत आ गया है वो ,
था जिसका बेसब्री से इंतज़ार कभी।
ख़ुशी मैं देखो उनकी झूम रहा आकाश भी।
कर रहा है अपनी ख़ुशी का बरस बरस कर इज़हार भी।
–Anuneel
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